स्मार्टफोन यूजर्स को सरकार की ओर से बड़ा तोहफा दिया गया है। दरअसल, सरकार ने मोबाइल फोन के पार्ट्स पर आयात शुल्क कम कर दिया है। इन चीजों की कीमतों में 10 से 15 फीसदी की कमी की गई है. ऐसे में 50 हजार रुपये वाले स्मार्टफोन की कीमत 7500 रुपये कम हो जाएगी और 1 लाख रुपये वाले स्मार्टफोन की कीमत 15 हजार रुपये कम हो जाएगी।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि मोबाइल फोन के घटकों जैसे बैटरी, मुख्य लेंस और अन्य घटकों जैसे प्लास्टिक और धातु पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत कम कर दिया गया है। लेकिन सवाल ये है कि ये कदम भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कितना फायदेमंद होगा? दरअसल, इस कदम से भारत में स्मार्टफोन की कीमतें कम होने से निर्यात बढ़ेगा।
इससे मोबाइल उत्पादन बढ़ेगा. इससे भारत में नई नौकरियाँ पैदा होंगी, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सही दिशा में एक कदम होगा। एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा मोबाइल फोन और उनके घटकों पर आयात शुल्क हटाने से हाई-एंड स्मार्टफोन के उत्पादन में तेजी आएगी। साथ ही एप्पल, सैमसंग, वीवो और ओप्पो के स्मार्टफोन की कीमतें घट सकती हैं।
यह भी बताया गया है कि भारत में बिकने वाले 99.2 प्रतिशत मोबाइल फोन देश में निर्मित होते हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 100 प्रतिशत बढ़कर 11.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगा। हालाँकि, भारत सरकार इस संख्या में बढ़ोतरी को लेकर काफी आशान्वित है।
ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार ने बैटरी कवर, मेन लेंस, बैक कवर, एंटेना, सिम सॉकेट और प्लास्टिक और धातु यांत्रिक वस्तुओं के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले इनपुट पर शुल्क कम कर दिया है।
उद्योग के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, भारत से मोबाइल फोन निर्यात अगले दो वर्षों में तीन गुना होने की संभावना है। जिसका वित्तीय मूल्य 39 बिलियन अमेरिकी डॉलर होगा। अगर सरकार कंपोनेंट पर आयात शुल्क कम कर उन्हें किसी अन्य श्रेणी में शामिल कर दे। हालांकि मोबाइल सेक्टर में अभी और ग्रोथ आने की उम्मीद है.